गर्दिश में तारे गर्दिश में तारे
यही वक़्त था नाज़ हमे था कभी खुद पर कभी उस पर आज मगर इस सच्चाई के रूबरू हो ही गये हैं हम । यही वक़्त था नाज़ हमे था कभी खुद पर कभी उस पर आज मगर इस सच्चाई के रूबरू ह...
उसकी आवाज है गर्दिश-ए-आवाम के लिए। सर दर्द है वह बड़ा वतन-ए-निजाम के लिए।।1।। उसकी आवाज है गर्दिश-ए-आवाम के लिए। सर दर्द है वह बड़ा वतन-ए-निजाम के लिए।।1।।
राही न सोच कि रात बाकी है अभी। तू तन्हा नहीं तेरे साथ साकी है अभी। राही न सोच कि रात बाकी है अभी। तू तन्हा नहीं तेरे साथ साकी है अभी।
दिल में पोशीदा तेरे नाम दिखाया नहींं करते। दिल में पोशीदा तेरे नाम दिखाया नहींं करते।